मां के साथ अन्याय करोगे ये किसी किमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।उनको उनका उचित हक अधिकार और सम्मान देना होगा।अगर कोई बुजुर्ग आपको जीवन जीने के लिए अपना घर दे रहे हैं तो उनका सम्मान करो न कि तिरस्कार।आज के समय कौन इतना करता हैं ।मां पिता से बढ़कर न कोई इस दुनिया में हुआ हैं न ही होगा।इससे बड़ा धर्म कुछ हैं ही नहीं।